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बुधवार, 25 जून 2008

...बच के...


"मौसम
मन
और
मानव...
जाने कब
बदल जाए....!"




बुधवार, 18 जून 2008

अहंकारी


उसे क्या कहें
जिसे
अहंकार होता है
अपने
अहंकारी न होने का...!

रविवार, 15 जून 2008

हार-जीत


जीत मन की
हार तन की...

सोमवार, 9 जून 2008

सपनों का सच


कितना मुश्किल होता है
सपनों का सच होना
और उससे भी
कहीं अधिक मुश्किल होता है
सच हुए सपनों को
उसी स्थिति में
बचाए रखना,
ऐसे में
सच होने के पहले ही
सपनों का टूट जाना
अच्छा है
क्योंकि
सपनों के सच होने के पहले
उनके टूट जाने से
उतना दुःख नहीं होता
जितना सपनों के सच होकर
उनके टूट जाने से
होता है.....